IBC 24 | ररफाआनरी पररयोजना में लागत वृगि का गहस्सा वहन करने पर रुख स्पि नहीं कर रही राजस्थान सरकार: पुरी

Feb 21,2023

बाड़मेर, 21 फरवरी कें द्रीय पेट्रोगलयम एवं प्राकृ गतक गैस मंत्री हरदीप ससह पुरी ने मंगलवार को )भाषा (राजस्थान सरकार पर अरोप लगाया कक ईसने बाड़मेर में प्रस्तागवत ररफाआनरी पररयोजना में लागतवृगि के ऄपने गहस्से को वहन करने को लेकर ऄपना रुख ऄभी स्पि नहीं ककया है।

पेट्रोगलयम मंत्री ने कहा कक यकद राज्य सरकार लागत वृगि का ऄपना गहस्सा वहन नहीं करती है , तो  पररयोजना में ईसका गहस्सा 26 प्रगतशत से घटाकर 16 प्रगतशत ककया जा सकता है। ईन्द्होंने कहा कक कोरोना वायरस महामारी के कारण ररफाआनरी सह पेट्रोके गमकल पररसर की लागत 42,000 
करोड़ रुपये से बढकर 72,000 करोड़ रुपये हो गइ है और आस लागत वृगि में राज्य सरकार की गहस्सेदारी  लगभग 2,500 करोड़ रुपये है।

पुरी ने कहा कक राज्य सरकार को ऄगस्त 2021 में लागत वृगि से ऄवगत कराया गया था लेककन राज्य सरकार  ने ऄभी तक ऄपना रुख स्पि नहीं ककया है। ईन्द्होंने कहा , ‘‘आस बारे में राज्य सरकार से गनणाययक जवाब का  ऄभी आंतजार है। राज्य सरकार के ऄनुरोध पर मूल्य वृगि पर एक सवेक्षण ककया गया है लेककन ऄगर राज्य सरकार को आस गहस्से को वहन करने में परेशानी होती है तो हम आस खचय को वहन करने के गलए तैयार हैं, और  ईस गस्थगत में राज्य सरकार का गहस्सा 26 प्रगतशत से घटकर 16 प्रगतशत हो सकता है।’’

ईन्द्होंने कहा, ‘हम आस पररयोजना को समय सीमा के भीतर पूरा करने के गलए प्रगतबि हैं।’ यह पररयोजना सहदुस्तान पेट्रोगलयम कॉपोरेशन गलगमटेड (एचपीसीएल) और राजस्थान सरकार (जीओअर) का एक संयुक्त ईद्यम है, गजसमें ईनकी क्रमशः 74 प्रगतशत और 26 प्रगतशत की गहस्सेदारी है। आस पररयोजना  को माचय 2024 तक चालू ककया जाना है। पहले यह समय सीमा कदसंबर 2022 थी।

पेट्रोगलयम मंत्री ने कहा कक देश का कच्चा तेल अयात का मौजूदा खचय 95,000 करोड़ रुपये है, गजसमें यह  पररयोजना चालू होने के बाद 26,000 करोड़ रुपये की कमी अएगी। ईन्द्होंने कहा , ‘यह पररयोजना पूंजीगत  व्यय के प्रगत भारत की प्रगतबिता का सबसे ऄच्छा ईदाहरण है।’

ईन्द्होंने कहा कक देश जल्द ही दुगनया के शीषय तीन कच्चा तेल ररफाआनरों में शागमल होने जा रहा है। शोधन  क्षमता के बारे में ईन्द्होंने कहा कक भारत में वतयमान में प्रगत कदन 25 करोड़ मीरट्रक टन की ररफाआसनग क्षमता है  और आसे बढाकर 33 मीरट्रक टन प्रगत कदन करने का लक्ष्य है।

कें द्रीय मंत्री ने ररफाआनरी को रेगगस्तान का गहना करार देते हुए कहा कक यह पररयोजना राजस्थान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक बड़ा ईपहार है गजससे 35,000 प्रत्यक्ष रोजगार और एक लाख ऄप्रत्यक्ष रोजगार  पैदा होंगे।

ईल्लेखनीय है कक आस प्रस्तागवत ररफाआनरी की क्षमता 90 लाख मीरट्रक टन है गजसमें 24 लाख मीरट्रक टन  प्रगत वषय पेट्रोके गमकल ईत्पाद शागमल हैं। पररयोजना के गलए भारत सरकार की स्वीकृ गत ऄक्टूबर 2017 में  प्राप्त हुइ थी |






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