Republic Hindi | FIFA World Cup में Zakir Naik की उपस्थिति के खिलाफ कदम उठाएगी भारत सरकार? केंद्रीय मंत्री पुरी ने दिया बयान

Nov 22,2022

भारत सरकार ने फीफा विश्व कप में भगोड़े जाकिर नाइक (Zakir Naik) की उपस्थिति पर अपनी पहली प्रतिक्रिया जारी कर दी है। केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने मंगलवार को आश्वासन दिया कि भारत सरकार कतर (Qatar) में हो रहे फीफा फुटबॉल विश्व कप में जाकिर नाइक की मौजूदगी का मुद्दा उठाएगी और कड़ी कार्रवाई करेगी।

हरदीप पुरी ने कहा, “मुझे यकीन है कि भारत ने इसे उठाया है और निश्चित रूप से इसे उठाएगा। भले ही वह मलेशिया में रह रहा है, लेकिन भारत सरकार निश्चित रूप से इस मामले को उठाएगी।” गौरतलब है कि नाइक भारत में ‘नफरत, उग्रवाद को उकसाने और धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा’ देने के लिए वांछित भगोड़ा है और उस पर ‘मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद से संबंधित गतिविधियों को अंजाम’ देने के आरोप हैं।

जाकिर नाइक पर क्या बोले AIFF प्रमुख?

इस बीच, कतर में विश्व कप के वेन्यू से अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) के अध्यक्ष कल्याण चौबे (Kalyan Chaubey) ने रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के साथ एक्सक्लूसिव बात करते हुए कहा कि ‘ऐसी किसी भी विभाजनकारी गतिविधि को प्रोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए’।

उन्होंने कहा- “फीफा हमेशा फुटबॉल को प्रोत्साहित करता है और दुनिया को एकजुट करता है। यह दुनिया भर में वैसी भूमिका निभाता है। अगर कुछ भी विभाजनकारी है, तो इसे प्रोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए। मैं यहां कुछ भारतीय इंजीनियरों से मिला। हमारे उपाध्यक्ष यहां थे। यहां कई अच्छी चीजें हैं और भारतीय इंजीनियरों ने अच्छा योगदान दिया है। हम यह भी देख सकते हैं कि हम इससे क्या अच्छी चीजें ले सकते हैं।”

जाकिर नाइक कतर में फीफा विश्व कप में देगा धार्मिक प्रवचन 

गौरतलब है कि फीफा फुटबॉल विश्व कप 20 नवंबर को मध्य पूर्वी देश कतर में शुरू हो चुका है जिसमें भारतीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) भारत का प्रतिनिधित्व करने पहुंचे। इस बीच, विवादित उपदेशक जाकिर नाइक भी धार्मिक प्रवचन देने के लिए कतर में है जिसकी जानकारी कतर के मशहूर स्पोर्ट्स चैनल Alkass ने अपने ट्विटर के जरिए दी है।

आपको बता दें कि भारत ने 2016 में नाइक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (Islamic Research Foundation) पर प्रतिबंध लगा दिया था। उस पर ‘विभिन्न धार्मिक समुदायों और समूहों के बीच दुश्मनी, घृणा या दुर्भावना की भावनाओं को बढ़ावा देने या इसकी कोशिश’ करने का आरोप लगाया गया था। फिर सरकार ने प्रतिबंध को बाद में पांच के लिए बढ़ा दिया था। उसके बाद, भारत सरकार द्वारा उसके खिलाफ ‘मनी लॉन्ड्रिंग’ के आरोप लगाने के बाद साल 2017 से ही वह मलेशिया में एक भगोड़े के रूप में रह रहा है।






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